बंदर मामा धम्म धडाम

बंदर मामा धम्म धडाम
बंदर कूदा डाली–डाली
मारी एक छलांग ,
नीचे से गदहा चिल्लाया
मामा मेरा सलाम।
बंदर मामा ने सलाम को
ज्यों ही हाथ उठाया ,
फिसला पैर , गिरे धरती पर
सीधे धम्म धडाम।

2 comments:

SUMAZLA/சுமஜ்லா said...

बहूत अच्छा मुजको हिंदी नहीं मालुम! थोडा थोडा हीं!

Unknown said...

very nice poem