चूहे आए सौ.

बिल्ली नाटक देख रही थी

चूहे आए सौ

बिल्ली बोली, मिला न चूहा

बीत गए बरसों

बिल्ली कुछ आगे को आई

चूहे टूट पड़े

घाव हुए चेहरे पर उसके

काफी बड़े-बड़े

नाटक देखे बिना वहाँ से

भाग गई बिल्ली

सौ चूहे थे, सबने उसकी

जी भर ली खिल्ली।

0 comments: