चुन्नू, मुन्नू थे दो भाई,
रसगुल्ले पे हुई लडाई.
चुन्नू बोला मैं खाऊँगा,
मुन्नू बोला मैं खाऊँगा.
हल्ला सुन कर मम्मी आई,
दोनों को एक चपट लगाई.
कभी न लड़ना,
कभी न जगड़ना,
आपस में तुम मिलके रहना.
Copyright (c) 2009 तुतलाहट - tutalāhaṭ.
Blogger Templates created by Deluxe Templates.
Based on Mephistoblog design.
0 comments:
Post a Comment